साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित इस ‘ढाई घर’ उपन्यास में ऐसे अनेक रंग, रेखायें, चरित्र और परिवेश के स्वर हैं जो नये समाज और उसकी धड़कन को बिल्कुल नयी भंगिमा के साथ प्रस्तुत करते हैं।
साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित इस ‘ढाई घर’ उपन्यास में ऐसे अनेक रंग, रेखायें, चरित्र और परिवेश के स्वर हैं जो नये समाज और उसकी धड़कन को बिल्कुल नयी भंगिमा के साथ प्रस्तुत करते हैं।