डॉक्टर सिंगला ने तरक्की का ऐसा रास्ता चुना था जिसमें उसकी गर्दन के गिर्द एक डोरी बंधी थी जिसका दूसरा सिरा सदानन्द पुणेकर नाम के मकड़े के हाथ में था, डोरी की जुम्बिश से पुणेकर जम्प का इशारा करता था तो वो जम्प करता था, रोल का इशारा करता था तो वो रोल करता था, डांस का इशारा करता था तो वो डांस करता था । कहां ले जा के पटका था उसके लालच ने उसे
डॉक्टर सिंगला ने तरक्की का ऐसा रास्ता चुना था जिसमें उसकी गर्दन के गिर्द एक डोरी बंधी थी जिसका दूसरा सिरा सदानन्द पुणेकर नाम के मकड़े के हाथ में था, डोरी की जुम्बिश से पुणेकर जम्प का इशारा करता था तो वो जम्प करता था, रोल का इशारा करता था तो वो रोल करता था, डांस का इशारा करता था तो वो डांस करता था । कहां ले जा के पटका था उसके लालच ने उसे